
कालपी (जालौन): महेवा ग्राम पंचायत के पाल गांव में एक किसान की अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। किसान की असमय मृत्यु से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।
बकरियां चराने निकला था किसान
गांव के निवासी 55 वर्षीय भूरेलाल निषाद पुत्र स्वर्गीय मुलु गुरुवार सुबह रोजाना की तरह अपनी बकरियां चराने के लिए घर से निकले थे। लेकिन गांव की सीमा से बाहर निकलते ही उन्हें सीने में अचानक तेज दर्द शुरू हो गया। दर्द इतना असहनीय था कि भूरेलाल अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े।
इलाज के दौरान मौत
घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों ने परिजनों को सूचना दी। परिजन उन्हें तत्काल न्यामतपुर के एक निजी चिकित्सालय ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मुखिया की मौत से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
भूरेलाल अपने परिवार के मुखिया थे। उनकी असमय मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनकी पत्नी फूलन देवी और चारों पुत्रों का रो-रोकर बुरा हाल है। भूरेलाल के चारों बेटे उनके मार्गदर्शन में ही खेती-किसानी का काम संभालते थे।
बगैर सूचना हुआ अंतिम संस्कार
परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही भूरेलाल का अंतिम संस्कार यमुना नदी के किनारे कर दिया।
गांव में छाया मातम
इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीण मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क