कालपी: फर्जी फॉरेस्ट गार्ड बनकर वसूली करने वाला आरोपी गिरफ्तार, वन विभाग हुआ सक्रिय

कालपी। कालपी के जोल्हूपुर मोड़ पर फर्जी फॉरेस्ट गार्ड बनकर वसूली करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वन विभाग हरकत में आ गया। इस मामले में डीएफओ प्रदीप कुमार के निर्देश पर वन रेंजर संजय यादव और विभागीय कर्मचारियों की मदद से आरोपी को पकड़कर कालपी पुलिस के हवाले कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से बढ़ी हलचल
शनिवार को जोल्हूपुर मोड़ पर एक व्यक्ति फॉरेस्ट गार्ड की वर्दी पहनकर लोगों से अवैध वसूली कर रहा था। किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कराया।
आरोपी से पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अशोक पुत्र कालीचरण, निवासी जोल्हूपुर मोड़ के रूप में हुई। पूछताछ में उसने बताया कि उसे यह फॉरेस्ट गार्ड की वर्दी मुन्ना लाल नामक व्यक्ति ने 15,000 रुपये लेकर उपलब्ध कराई थी।
वन विभाग ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर
वन दरोगा मन्ना सिंह ने इस मामले में कालपी कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विभागीय कर्मचारी से मांगा गया स्पष्टीकरण
डीएफओ प्रदीप कुमार के निर्देश पर वन रेंजर संजय यादव ने विभाग के सामान्य वेतन कर्मी मुन्ना लाल से इस पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।
डीएफओ ने दी सख्त चेतावनी
इस घटना को लेकर डीएफओ प्रदीप कुमार ने दूरभाष पर बयान देते हुए कहा कि विभागीय छवि खराब करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति वन विभाग की वर्दी का दुरुपयोग करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग और पुलिस की सतर्कता बढ़ी
इस घटना के बाद वन विभाग ने अपने कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व विभाग की छवि को खराब न कर सके। वहीं, पुलिस भी अब ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कदम उठा रही है।
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन अवैध वसूली और फर्जीवाड़े के मामलों को लेकर गंभीर है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शने के मूड में नहीं है।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क