विश्व जल दिवस पर ‘पानी की पाठशाला’ का आयोजन, बच्चों को जल संरक्षण के प्रति किया जागरूक

कालपी-जालौन। विश्व जल दिवस के अवसर पर अनुरागिनी संस्था द्वारा महेवा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मुसमरिया स्थित प्राथमिक विद्यालय में ‘पानी की पाठशाला’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों को जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया तथा जल बचाने के उपायों की जानकारी दी गई।
ग्लेशियर संरक्षण पर विशेष जानकारी
संस्था के परियोजना अधिकारी प्रदुम सिंह और परियोजना समन्वयक नितिन कुमार सैनी ने विश्व जल दिवस 2025 की थीम “ग्लेशियर संरक्षण” पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को बताया कि ग्लेशियर पृथ्वी के जल के प्राकृतिक भंडार हैं, लेकिन वर्तमान में जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों के कारण ये तेजी से पिघल रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप समुद्र के जल स्तर में वृद्धि, जल संकट और पीने के पानी की कमी जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
जल संरक्षण के महत्वपूर्ण उपाय
संस्था के अधिकारियों ने बच्चों को जल संरक्षण के कुछ महत्वपूर्ण उपायों के बारे में जानकारी दी और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने दैनिक जीवन में जल बचाने की आदत डालें।
प्रमुख सुझावों में शामिल थे:
✔ “पानी बचाएं – नल बंद करें, वर्षा जल संग्रह करें”
✔ “रिसाव रोकें – जल कुशल उपकरणों का उपयोग करें”
✔ “ऊर्जा बचाएं – सार्वजनिक परिवहन अपनाएं, नवीकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता दें”
बच्चों ने ली जल संरक्षण की शपथ
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने जल संरक्षण की शपथ ली और संकल्प लिया कि वे पानी की बर्बादी रोकने और जल बचाने के लिए अपने परिवार एवं समाज को भी प्रेरित करेंगे। इस पहल का उद्देश्य न केवल जल संरक्षण, बल्कि हरियाली को बढ़ावा देना और पर्यावरण की रक्षा करना भी था।
समाज में जल संरक्षण का संदेश फैलाने की अपील
कार्यक्रम के दौरान अनुरागिनी संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि यदि अभी से जल संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में जल संकट विकराल रूप ले सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को जल संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां देते हुए यह भी अपील की कि वे अपने परिवार और समाज में जल बचाने का संदेश फैलाएं।
विद्यालय स्टाफ की विशेष उपस्थिति
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रिया चौधरी, सहायक शिक्षिका कीर्ति सिंह, सहायक शिक्षक कृष्णपाल सिंह सेंगर एवं शिक्षा मित्र सुरजीत सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों में जल संरक्षण और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, जिससे वे भविष्य में जल संकट की समस्या को समझकर उसका समाधान निकालने में योगदान देंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क