कालपी: प्रशासन का शिकंजा फिर भी नहीं थम रहा ओवरलोडिंग का खेल

कालपी जालौन। प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद कालपी और आसपास के क्षेत्रों में ओवरलोड वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पा रही है। प्रशासनिक टीम ने जोल्हूपुर मोड़ हाईवे रोड पर छापेमारी करते हुए बिना प्रपत्रों के ओवरलोड बालू से भरे 8 ट्रकों को पकड़ लिया। पकड़े गए सभी ट्रकों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर सीज कर दिया गया है। हालांकि, प्रशासन की इस कार्रवाई के बावजूद अवैध परिवहन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
रातभर चला चेकिंग अभियान, चार ट्रक पकड़े गए
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर रात करीब 9 बजे से 11 बजे के बीच उपजिलाधिकारी सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने हाईवे रोड स्थित जोल्हूपुर मोड़ और उसरगांव के पास अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान बिना वैध दस्तावेजों के बालू परिवहन कर रहे 4 ओवरलोड ट्रकों को पकड़ लिया गया। प्रशासन ने सभी ट्रकों को सीज कर गल्ला मंडी कालपी में खड़ा करा दिया।
इस कार्रवाई में क्षेत्राधिकारी (सीओ) अवधेश कुमार सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक परमहंस तिवारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) राजेश कुमार वर्मा, खनिज निरीक्षक कुलदीप कुमार और ज्ञान भारती चौकी इंचार्ज विवेक कुमार मिश्रा समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे।
दोपहर में फिर चला अभियान, 4 और ट्रक पकड़े
बुधवार दोपहर को भी प्रशासन ने अवैध बालू परिवहन के खिलाफ अभियान जारी रखा। एसडीएम, सीओ और ज्ञान भारती चौकी इंचार्ज विवेक कुमार मिश्रा की टीम ने हाईवे रोड पर चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें बालू से लदे बिना वैध दस्तावेजों के चार और ट्रकों को पकड़ लिया गया। प्रशासन की इस सख्ती से वाहन चालकों में हड़कंप मच गया और कई ट्रक चालक रास्ते में ही वाहन छोड़कर फरार हो गए।
कार्रवाई से बचने के लिए बालू गिराने लगे ट्रक चालक, एक ट्रक पलटा
प्रशासन की कार्रवाई से बचने के लिए कई ओवरलोड ट्रक चालकों ने रास्ते में ही बालू खाली करना शुरू कर दिया। इसी अफरातफरी के बीच एक डंपर सड़क पर पलट गया, हालांकि, दूसरा ट्रक पलटने से बच गया। इस घटना से बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
हर दिन हजारों ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं, फिर भी ठोस कार्रवाई क्यों नहीं?
हालांकि, प्रशासन की यह कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या जड़ से खत्म नहीं हो रही है। हर दिन सैकड़ों ओवरलोड ट्रक बिना किसी रोक-टोक के यहां से गुजरते हैं। प्रशासन कभी-कभी चार से छह ट्रकों को पकड़कर खानापूर्ति कर लेता है, लेकिन बड़े स्तर पर कार्रवाई नहीं होती।
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि जब इन ट्रकों के पास वैध दस्तावेज ही नहीं हैं, तो फिर यह बालू और गिट्टी कहां से लाई जा रही है? क्या इसके पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है? अगर प्रशासन गंभीरता से जांच करे, तो करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि को रोका जा सकता है।
प्रशासन को उठाने होंगे सख्त कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि सिर्फ कुछ ट्रकों को पकड़कर मामले को हल्के में लेना सही नहीं होगा। जरूरत है कि पूरे नेटवर्क की तहकीकात की जाए और उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, जो इस अवैध कारोबार को चला रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह नियमित रूप से चेकिंग अभियान चलाए और दोषियों पर कानूनी शिकंजा कसे, ताकि अवैध खनन और परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क