ओवरलोड वाहनों से क्षतिग्रस्त हुई सड़क की मरम्मत शुरू, लेकिन ठेकेदार पर अनदेखी के आरोप

कालपी। ओवरलोड वाहनों की आवाजाही से क्षतिग्रस्त हुई सिमरा शेखपुर की सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है, लेकिन ग्रामीणों ने ठेकेदार पर गड्ढा मुक्त के नाम पर मजाक करने और मानकों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मरम्मत कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे कुछ ही दिनों में सड़क फिर से खराब हो जाएगी।
ओवरलोड ट्रकों से क्षतिग्रस्त हुई सड़क
गौरतलब है कि सिमरा शेखपुर के पास यमुना नदी और हाईटेंशन लाइन के टावर का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके चलते यहां गिट्टी और बालू लदे ट्रकों की भारी आवाजाही हो रही थी। लेकिन तय क्षमता से अधिक भार लेकर चलने वाले ओवरलोड वाहनों के कारण सड़क पूरी तरह से टूटकर गड्ढों में तब्दील हो गई। ग्रामीणों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, जिसकी शिकायत भी कई बार की गई और समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित हुई थीं।
मरम्मत कार्य से संतुष्ट नहीं ग्रामीण
ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने ओवरलोड वाहनों से खराब हुई सड़क को गड्ढा मुक्त करने का कार्य शुरू किया है। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि मरम्मत कार्य में ठेकेदार मानकों का पालन नहीं कर रहा और सड़क की मरम्मत में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
ग्राम निवासी आश नारायण द्विवेदी, राकेश पुरवार, गुड्डू दीक्षित, शंकर, जगदंबा, प्रेम आदि ने बताया कि मरम्मत के दौरान सड़क पर डाली गई गिट्टी सही से चिपक नहीं रही और कुछ ही दिनों में उखड़ने लगी है। इससे सड़क की हालत फिर से खराब होने की आशंका है।
प्रशासन से शिकायत करने की तैयारी में ग्रामीण
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि सड़क मरम्मत कार्य में सुधार नहीं किया गया, तो वे प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत करेंगे। उन्होंने मांग की है कि मरम्मत कार्य की गुणवत्ता की जांच कराई जाए और इसमें लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार व संबंधित विभाग पर कार्रवाई की जाए।
सड़क निर्माण में लापरवाही पर प्रशासन सख्त
इस संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों का कहना है कि यदि गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी और सड़क की मरम्मत दोबारा कराई जाएगी।
ग्रामीणों की नाराजगी और लगातार उठ रही शिकायतों के बीच अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या वाकई सड़क मरम्मत का कार्य गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाएगा या नहीं।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क