कालपी: गेहूं की सरकारी खरीद शुरू, एसडीएम ने दिए सख्त निर्देश

कालपी। नगर एवं तहसील क्षेत्र में सरकारी गेहूं खरीद प्रक्रिया 17 मार्च से शुरू हो गई है। इसी के तहत शनिवार को उपजिलाधिकारी (एसडीएम) सुशील कुमार सिंह ने गेहूं क्रय केंद्र प्रभारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और यदि किसी भी केंद्र पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी खरीद के लिए तीन केंद्र स्थापित
सरकार प्रतिवर्ष किसानों से गेहूं खरीदने के लिए विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित करती है। इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य ₹2426 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
नगर स्थित गल्ला मंडी में इस बार खाद्य एवं रसद विभाग, पीसीएफ (प्राथमिक कृषि साख समिति) तथा मंडी प्रशासन द्वारा गेहूं की खरीद की जाएगी, जिसके लिए तीन खरीद केंद्र खोले गए हैं।
इसके अतिरिक्त, तहसील क्षेत्र के कदौरा, आटा, इटौरा, छौंक आदि स्थानों पर भी किसानों से गेहूं खरीदने के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं।
अब तक 370 किसानों का हुआ पंजीकरण, खरीद केंद्रों पर सन्नाटा
सरकारी गेहूं खरीद प्रक्रिया के लिए अब तक 370 किसानों का पंजीकरण हो चुका है, लेकिन अभी तक किसान अपनी फसल बेचने के लिए सरकारी केंद्रों पर नहीं पहुंचे हैं। इस कारण खरीद केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस संबंध में केंद्र प्रभारी एवं एसएमआई (स्टेट मार्केटिंग इंस्पेक्टर) ब्रजेश कनौजिया ने बताया कि खुले बाजार (मंडी) में समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर गेहूं बिक रहा है, जिसके चलते किसान सरकारी खरीद केंद्रों पर नहीं आ रहे हैं।
एसडीएम ने दिए सख्त निर्देश
एसडीएम सुशील कुमार सिंह ने बैठक के दौरान सभी क्रय केंद्र प्रभारियों से केंद्रों की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और निर्देश दिए कि—
- किसानों को पंजीकरण से लेकर गेहूं बेचने तक किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
- केंद्र पर ही पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि किसान बार-बार चक्कर न लगाएं।
- यदि किसी भी केंद्र पर किसानों के साथ अन्याय या भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में विभिन्न क्रय केंद्रों के प्रभारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से—
- एसएमआई कदौरा रिंटू साहू
- पीसीएफ प्रभारी धनीराम कुशवाहा
- मंडी प्रभारी मनोज कुमार
- क्षेत्र के अन्य क्रय केंद्र प्रभारी शामिल रहे।
किसानों की नजर बाजार भाव पर
फिलहाल किसान सरकारी खरीद केंद्रों की बजाय मंडी में अधिक दाम मिलने की उम्मीद में अपनी उपज वहां बेचने को प्राथमिकता दे रहे हैं। लेकिन यदि मंडी में गेहूं का भाव गिरता है, तो आने वाले दिनों में सरकारी केंद्रों पर भी किसानों की भीड़ उमड़ सकती है।
ब्यूरो रिपोर्ट डेस्क